इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप स्वस्थ दृष्टि बनाए रख सकते हैं और उम्र से संबंधित नेत्र विकारों के जोखिम को कम कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
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आंखों की रोशनी सुधारने के प्राकृतिक तरीके: इस आर्टिकल में, हम आंखों की रोशनी सुधारने के लिए आसान सुझावों के बारे में बात करेंगे। इसमें खान-पान में बदलाव, जीवनशैली की आदतें और आंखों के व्यायाम शामिल हैं, जो अच्छी दृष्टि को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप स्वस्थ दृष्टि बनाए रख सकते हैं और उम्र से संबंधित नेत्र विकारों के जोखिम को कम कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
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आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाएं
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आंखों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। विटामिन ए, सी और ई, जिंक और सेलेनियम जैसे जरूरी पोषक तत्व, ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे कैरोटीनॉयड के साथ मिलकर उम्र से जुड़ी आंखों की बीमारियों और नीली रोशनी से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं। आप अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, मेवे, सी फूड और फलों को शामिल करें।
धुम्रपान छोड़ दें
धूम्रपान का आंखों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इससे मैकुलर डिजनरेशन, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, डायबिटिक रेटिनोपैथी और ड्राई आई सिंड्रोम जैसी उम्र से संबंधित समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, जितनी जल्दी हो सके इस लत को छोड़ दीजिए।
स्क्रीन टाइम कम करें
लंबे समय तक स्क्रीन पर रहने से आंखों में सूखापन, तनाव और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं, क्योंकि नीली रोशनी रेटिना और नींद को प्रभावित करती है। स्क्रीन पर बिताए जाने वाले समय को सीमित करें और आंखों के तनाव को कम करने के लिए बार-बार ब्रेक लें। आप 20-20-20 नियम आजमा सकते हैं: हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर देखें।
यदि नेत्र रोगों का कोई पारिवारिक इतिहास है, तो सर्वोत्तम जांच और निवारक उपायों पर निर्णय लेने के लिए नेत्र विशेषज्ञ से इस पर चर्चा करना आवश्यक है। आपको हेरीडेटरी में ग्लूकोमा, रेटिनल डिजनरेशन, उम्र से संबंधित मैकुलर डिजनरेशन और ऑप्टिक एट्रोफी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हाइड्रेटेड रहें
डिहाइड्रेशन की वजह से सूखी आंखें, चिड़चिड़ापन और शरीर में थकावट हो सकती है। आंखों को हाइड्रेटेड रखने और इन लक्षणों से बचने के लिए, पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीना सुनिश्चित करें।
प्रोटेक्टिव आई वियर
बाहर जाते समय UV सुरक्षा वाले धूप के चश्मे हानिकारक UV किरणों से आंखों की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। पर्याप्त नींद भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे आंखों को आराम मिलता है और वे तरोताजा हो जाती हैं। नींद की कमी से आंखों में तनाव, थकावट और सूखापन हो सकता है। आंखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आपको हर रात 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।